नोस्त्रा एताते मनाने के लिये हुआ सम्मेलन,  03.-3.2025 नोस्त्रा एताते मनाने के लिये हुआ सम्मेलन, 03.-3.2025 

"नोस्त्रा एताते" मनाने के लिए धर्मों का मार्ग

वाटिकन के परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय में "आशा के साथ साथ चलना" शीर्षक के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। 28 अक्टूबर, 2025 को द्वितीय वाटिकन महासभा के दस्तावेज़ "नोस्त्रा एताते" की घोषणा की 60वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में वाटिकन के सन्त पापा पॉल षष्टम भवन में यह आयोजित किया गया है।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 (रेई वाटिकन रेडियो): वाटिकन के परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय में "आशा के साथ साथ चलना" शीर्षक के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। यह कार्यक्रम मंगलवार, 28 अक्टूबर, 2025 की दोपहर को द्वितीय वाटिकन महासभा के दस्तावेज़ "नोस्त्रा एताते" की घोषणा की 60वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में वाटिकन के सन्त पापा पॉल षष्टम भवन में आयोजित किया गया है।

गैर-ईसाई धर्मों के साथ कलीसिया के संबंधों पर प्रकाशित "नोस्त्रा एताते" दस्तावेज़ के इस समारोह में विश्व के विभिन्न धर्मों के तीन हज़ार प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है।  साथ ही पाँच कलात्मक प्रदर्शन, तीन साक्ष्य, सन्त पापा लियो 14 वें द्वारा सम्बोधन  और शांति के लिए एक मौन प्रार्थना भी इस समारोह में शामिल हैं।

कार्यक्रम

"आशा में साथ-साथ चलना" शीर्षक के अन्तर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में यहूदी धर्म से लेकर इस्लाम तक, हिंदू धर्म से लेकर पारंपरिक अफ्रीकी धर्मों तक, प्रमुख धर्मों के अस्सी प्रतिनिधि एवं उतनी ही संख्या में बच्चे सन्त पापा षष्टम भवन में जुलूस के रूप में भव्य प्रवेश करेंगे। 28 अक्टूबर को शाम 6:30 से 8:30 बजे तक चलने वाला यह कार्यक्रम, सन्त पापा लियो 14 के संबोधन के बाद प्रतिभागियों की मौन प्रार्थना के साथ संपन्न होगा। समारोह के दौरान  बच्चे सभी को बीजों के छोटे-छोटे थैले बाँटेंगे, जो 60 साल पहले बोए गए "आशा के बीज" का प्रतीक हैं। इन बीज़ों को बाँटने का अर्थ है कि हमें आज भी सर्वत्र आशा के बीज बोना जारी रखना है, खासकर युवाओं को शांति और संवाद के नए बीज बोने वाले बनने के लिए प्रोत्साहित करना है।"

अभिवादन एवं कलात्मक प्रदर्शन

परमधर्मपीठीय अंतरधार्मिक संवाद विभाग के प्रीफेक्ट कार्डिनल जॉर्ज जैकब कूवाकड और ख्रीस्तीय  एकता संवर्धन विभाग के प्रीफेक्ट कार्डिनल कुर्ट कोख द्वारा आधिकारिक स्वागत के बाद, "नोस्त्रो एताते: एक मील का पत्थर" शीर्षक से एक लघु वीडियो का प्रदर्शन किया जायेगा जिसमें विगत 60 वर्षों की प्रमुख उपलब्धियों का स्मरण दिलाकर विभिन्न धर्मगुरुओं के शब्दों और भाव-भंगिमाओं को दर्शाया गया है। तदोपरान्त, पाँच कलात्मक प्रस्तुतियाँ होंगी: श्रीलंका की एक बौद्ध परंपरा का कंद्यान नृत्य, जिसमें ईसाई युवा भी भाग ले रहे हैं; "तिगा अप्सारी", हिंदू धर्म, काथलिक धर्म और इस्लाम का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार किए गए तीन इंडोनेशियाई नृत्य; कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य का एक सांस्कृतिक प्रदर्शन; इस्राएल के लोगों की आशा को जगाने वाला एक पारंपरिक यहूदी संगीत; और अंत में, "हम नई दुनिया हैं" संयुक्त राज्य अमरीका का समकालीन नृत्य का प्रदर्शन किया जायेगा।

समारोह के दौरान ख्रीस्तीय, बौद्ध, इस्लाम एवं यहूदी धर्मों के प्रतिनिधि परस्पर संवाद के महत्व पर अपने-अपने साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे।

सन्त पापा के सम्बोधन पर

परमधर्मपीठीय अंतरधार्मिक संवाद विभाग के सचिव ने ज़ोर देकर कहा कि सबसे प्रतीक्षित क्षण सन्त पापा लियो का सम्बोधन है जिसमें सन्त पापा विगत 60 वर्षों की तीर्थयात्रा पर चिंतन प्रस्तुत करेंगे, और "सभी को आशा और संवाद के साथ आगे बढ़ते रहने के लिए आमंत्रित करेंगे, विशेष रूप से इस कठिन समय में भी जिसमें हम रह रहे हैं।" तदोपरान्त, शांति के लिए मौन प्रार्थना होगी, जो 1986 में कहे गये संत जॉन पॉल द्वितीय के शब्दों की प्रतिध्वनि है: "प्रत्येक प्रामाणिक प्रार्थना पवित्र आत्मा से प्रेरित होती है, जो रहस्यमय रूप से प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में विद्यमान रहते हैं।

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25 अक्तूबर 2025, 11:26