बेरूत में पोप लियो की विदाई : 'शांति को सिर्फ एक लक्ष्य नहीं, बल्कि एक रास्ता चुनें'
वाटिकन न्यूज
बेरूत, मंगलवार, 2 दिसंबर 2025 (रेई) : मंगलवार को बेरूत के राफिक हरीरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक आधिकारिक “विदाई समारोह” के बाद, पोप लियो 14वें ने तुर्की और लेबनान की अपनी प्रेरितिक यात्रा पूरी की, और पूरे इलाके के लिए भाईचारे और शांति के मनोभाव अपनाने पर जोर दिया।
हवाई अड्डे पर विदा लेते हुए पोप लियो ने सभी से हाथ मिलाया और विमान में सवार होने से पहले कहा, “विदा लेना, अक्सर आने से ज्यादा मुश्किल होता है। हमने साथ में समय बिताया है। यहाँ, मैंने पाया है कि लोग अकेले रहने के बजाय एक साथ आना पसंद करते हैं।”
उन्होंने कहा, “जहाँ आपके देश में आने का मतलब था धीरे-धीरे आपकी संस्कृति में घुलना-मिलना, वहीं इस भूमि से विदा लेने का मतलब है आपको अपने दिल में ले जाना। इस तरह, हम एक-दूसरे से विदा नहीं हो रहे हैं; बल्कि, मिलकर, हम एक साथ आगे बढ़ेंगे। हम पूरे मध्यपूर्व को भाईचारे और शांति के लिए प्रतिबद्धता की इस भावना में शामिल करने की उम्मीद करते हैं, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो अभी खुद को दुश्मन मानते हैं।”
प्रेरितिक यात्रा में मिले स्वागत, स्वीकृति, प्यार और सेवा के लिए धन्यवाद देते हुए अंत में उन्होंने कहा, “आइए हम संत जॉन पॉल द्वितीय के शब्दों को याद रखें, जिसको उन्होंने आपके बीच रहते हुए कहा था, ‘लेबनान एक देश से बढ़कर है; यह एक संदेश है!’ आइए, हम मिलकर काम करना और साथ मिलकर उम्मीद करना सीखें, ताकि यह साकार हो सके। ईश्वर लेबनान के लोगों को, आप सभी को, मध्यपूर्व को और पूरी मानव जाति को आशीष प्रदान करें। धन्यवाद, एवं अलविदा।
कहकर पोप ने लेबनान से रोम वापसी के लिए उड़ान भरी। इस तरह सफलता पूर्वक अपनी पहली प्रेरितिक यात्रा सम्पन्न कर वे करीब 4.00 बजे रोम पहुँच रहे हैं।
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