दारफुर के अल-फशीर शहर से भागकर विस्थापित सूडानी लोग अस्थायी तंबुओं में इकट्ठा होकर बैठे हैं दारफुर के अल-फशीर शहर से भागकर विस्थापित सूडानी लोग अस्थायी तंबुओं में इकट्ठा होकर बैठे हैं 

संत पापा ने सूडान के लिए युद्धविराम और मानवीय पहुँच की अपील की

संत पापा लियो 14वें ने सूडान में तत्काल युद्धविराम और मानवीय गलियारों की अपील की और पीड़ितों के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई और प्रार्थना का आह्वान किया। उन्होंने तंजानिया में चुनाव के बाद हुई झड़पों, जिनमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं, के बाद शांति और संवाद का भी आह्वान किया।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, सोमवार 03 नवंबर 2025 : संत पापा लियो 14वें ने रविवार को युद्धविराम, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के हस्तक्षेप और युद्धग्रस्त सूडान में मानवीय गलियारों को खोलने और सहायता पहुँचाने की अपील की।

संत पापा लियो ने अपने देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के पश्चात कहा, "मैं सूडान, विशेष रूप से उत्तरी दारफुर क्षेत्र के एल फशेर शहर से आ रही दुखद खबर सुनकर बहुत दुःखी हूँ।"

उन्होंने "महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अंधाधुंध हिंसा, निहत्थे नागरिकों पर हमले और मानवीय कार्रवाई में गंभीर बाधाओं" की निंदा की, और कहा कि "ये घटनाएँ पहले से ही महीनों के संघर्ष से थकी हुई आबादी के लिए अस्वीकार्य पीड़ा का कारण बन रही हैं।"

संत पापा लियो ने सूडान में जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त की, और उत्तरी दारफुर के एल फशेर शहर में हुए हमले का विशेष उल्लेख किया, जो शहर की घेराबंदी के बाद आया है जहाँ कथित तौर पर मिलिशिया नागरिक आबादी के खिलाफ गंभीर अत्याचार कर रहे हैं।

अपीलें

संत पापा लियो 14वें ने विश्वासियों से पीड़ितों के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया और ज़िम्मेदार पक्षों से शत्रुता समाप्त करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "आइए हम प्रार्थना करें कि प्रभु मृतकों को स्वीकार करें, पीड़ितों को सहारा दें और ज़िम्मेदार लोगों के दिलों को छू लें।" उन्होंने "युद्धविराम और मानवीय गलियारों को शीघ्र खोलने के लिए संबंधित पक्षों से तत्काल अपील" दोहराई।

उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से "दृढ़ संकल्प और उदारता के साथ हस्तक्षेप करने, सहायता प्रदान करने और उन लोगों का समर्थन करने का आह्वान किया जो सहायता प्रदान करने के लिए स्वयं को समर्पित करते हैं।"

तंजानिया में अशांति

पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, संत पापा लियो ने चुनावों के बाद देश में हुए हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, "आइए हम तंजानिया के लिए भी प्रार्थना करें, जहाँ हाल के राजनीतिक चुनावों के बाद, झड़पें हुई हैं और कई लोग हताहत हुए हैं।" उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से "सभी प्रकार की हिंसा से बचने और संवाद के मार्ग पर चलने" का आह्वान किया।

तंजानिया में बुधवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को चुनाव से बाहर कर दिए जाने और राष्ट्रपति सामिया सुहुलु हसन को 98 प्रतिशत मतों के साथ विजेता घोषित किए जाने के बाद तीन दिनों तक हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया, कर्फ्यू लगा दिया और सड़कों पर सेना तैनात कर दी। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के अनुसार, लगभग 700 लोग मारे गए, जबकि सरकार किसी भी "अत्यधिक बल प्रयोग" से इनकार करती है।

मृतकों के लिए पवित्र मिस्सा

अंत में, संत पापा ने घोषणा की कि वे रविवार दोपहर रोम के वेरानो कब्रिस्तान में मृतकों की स्मृति में पवित्र मिस्सा का अनुष्ठान करेंगे।

उन्होंने कहा, "आध्यात्मिक रूप से, मैं अपने प्रियजनों की कब्रों पर जाऊँगा और उन मृतकों के लिए भी प्रार्थना करूँगा जिन्हें कोई याद नहीं करता।" संत पापा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि "हमारे स्वर्गीय पिता हमें एक-एक करके जानते और प्यार करते हैं और किसी को नहीं भूलते।" संत पापा ने उपस्थित लोगों को "हमारे सभी दिवंगत" लोगों को याद करने के लिए प्रोत्साहित किया।

अपने अभिवादन के दौरान, संत पापा लियो 14वें ने अंततः विभिन्न भूमध्यसागरीय देशों से आए “पीसमेड” समूह के प्रतिनिधियों का उल्लेख किया। इस परियोजना में भाग लेने वाले ये वे युवा हैं जो संत पापा फ्राँसिस के "शब्दों को निशस्त्र करने, मन को निशस्त्र करने और पृथ्वी को निशस्त्र करने" के आह्वान से प्रेरित हैं। इस परियोजना का उद्देश्य भूमध्यसागरीय क्षेत्र में संवाद, भाईचारे और सहयोग की एक नई संस्कृति को बढ़ावा देना है। 29 अक्टूबर से 4 नवंबर, 2025 तक, इस पहल में भाग लेने वाले युवक और युवतियाँ रोम में पीसमेड ऑटम कोर्स के लिए एकत्रित हुए हैं। यह परियोजना विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग द्वारा सह-वित्तपोषित और कारितास इतालियाना द्वारा प्रवर्तित है: शांति, संवाद और संघर्ष प्रबंधन के विषयों पर प्रशिक्षण और चर्चा का एक सप्ताह।

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03 नवंबर 2025, 12:09