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राजा चार्ल्स तृतीय और रानी कमिला राजा चार्ल्स तृतीय और रानी कमिला  

संत पापा वाटिकन में राजा चार्ल्स और रानी कमिला का स्वागत करेंगे

राजा चार्ल्स तृतीय और रानी कमिला 23 अक्टूबर 2025 को वाटिकन की राजकीय यात्रा करेंगे। संत पापा लियो 14वें उनका स्वागत करेंगे। उसदिन राजा और रानी दीवारों के बाहर संत पॉल महागिरजाघर का दौरा करेंगे, जहाँ राजा चार्ल्स को औपचारिक रूप से संत पॉल के शाही कॉन्फ़्रेटर की उपाधि प्रदान की जाएगी।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार 18 अक्टूबर 2025 : राजा चार्ल्स तृतीय और रानी कमिला गुरुवार, 23 अक्टूबर को वाटिकन की आधिकारिक राजकीय यात्रा करेंगे, जहाँ संत पापा लियो 14वें उनका स्वागत करेंगे। यह यात्रा, जिसकी पुष्टि परमधर्मपीठ और बकिंघम पैलेस दोनों ने की है, एंग्लिकन-काथलिक संबंधों में एक ऐतिहासिक क्षण का प्रतीक है और वार्ता दो प्रमुख विषयों पर केंद्रित होगी: ख्रीस्तीय एकता और पर्यावरण की देखभाल।

इस दिन के कार्यक्रमों के एक भाग के रूप में, राजा चार्ल्स को दीवारों के बाहर संत पॉल महागिरजाघर में संत पॉल के रॉयल कॉन्फ्रेटर की उपाधि से भी सम्मानित किया जाएगा, जो ब्रिटिश क्राउन और महागिरजाघऱ से जुड़े बेनेडिक्टिन मठ के बीच दीर्घकालिक संबंधों को मान्यता देता है।

स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे, संत पापा लियो 14वें  सिस्टिन चैपल में सृष्टि की देखभाल के लिए ख्रीस्तीय एकता वर्धक प्रार्थना सभा का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद, रेजिया भवन में पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित व्यक्तियों और संगठनों के साथ एक बैठक होगी। बाद में, दोपहर 2:45 बजे, राजा और रानी दीवारों के बाहर संत पॉल महागिरजाघर का दौरा करेंगे, जहाँ राजा चार्ल्स को औपचारिक रूप से संत पॉल के शाही कॉन्फ़्रेटर की उपाधि प्रदान की जाएगी।

बकिंघम पैलेस ने इस यात्रा को "ऐतिहासिक" बताया है, जो जयंती वर्ष के विषय "आशा के तीर्थयात्री" के अनुरूप है, और काथलिक कलीसिया और इंग्लैंड की कलीसिया के बीच साझा ख्रीस्तीय एकता के प्रयासों को मान्यता देता है।

एकता और पर्यावरण पर केंद्रित यात्रा

शाही यात्रा के दो मुख्य विषय ख्रीस्तीय एकता और ग्रह की देखभाल हैं। 17 अक्टूबर को वाटिकन में हुई एक प्रेस वार्ता में, ख्रीस्तीय एकता को बढ़ावा देने वाले विभाग के सचिव, महाधर्माध्यक्ष फ्लावियो पेस ने ख्रीस्तीय एकता वर्धक पहलुओं पर प्रकाश डाला, जबकि समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने वाले विभाग की सचिव, सिस्टर एलेसांद्रा स्मेरिल्ली ने पारिस्थितिक आयाम पर बात की।

मूल रूप से अप्रैल में निर्धारित, यह यात्रा संत पापा फ्राँसिस के पर्यावरणीय विश्वपत्र 'लौदातो सी' की 10वीं वर्षगांठ के साथ भी मेल खाती है। राजा चार्ल्स - जो इंग्लैंड की कलीसिया के सर्वोच्च गवर्नर के रूप में, लंबे समय से अंतर्धार्मिक जुड़ाव के लिए प्रतिबद्ध हैं - ने विशेष रूप से सृष्टि की देखभाल पर केंद्रित एक धर्मविधि में भाग लेने का अनुरोध किया। यह धर्मविधि सिस्टिन चैपल में संत पापा लियो 14वें और यॉर्क के महाधर्माध्यक्ष, स्टीफन कॉटरेल द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की जाएगी।

परंपराओं को जोड़ने वाला एक भजन

इस यात्रा का ख्रीस्तीय एकता स्वर धर्मविधि में परिलक्षित होगा, जिसमें मिलान के संत अम्ब्रोस का एक भजन शामिल होगा - जिसका अंग्रेजी अनुवाद संत जॉन हेनरी न्यूमैन द्वारा किया गया है। अंग्लिकन-काथलिक संबंधों में एक प्रमुख व्यक्ति, न्यूमैन, काथलिक बनने से पहले अपने जीवन का अधिकांश समय अंग्लिकन ही रहे। 2019 में उन्हें संत घोषित किया गया, इस अवसर पर राजा चार्ल्स स्वयं उपस्थित थे। 1 नवंबर को, संत पापा लियो 14वें एक बड़े समारोह में संत न्यूमैन को कलीसिया का धर्माचार्य (डॉक्टर) घोषित करेंगे, जिसमें एक उच्च पदस्थ अंग्लिकन प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा।

सिस्टीन चैपल क्वायर, संत जेम्स पैलेस स्थित चैपल रॉयल और विंडसर कैसल स्थित संत जॉर्ज चैपल के क्वायर के गायकों के साथ मिलकर संगीत प्रस्तुत करेगा।

राजा के लिए एक विशेष सम्मान

दोपहर में, शाही परिवार दीवारों के बाहर संत पॉल महागिरजाघर जाएगा, जिसका ब्रिटिश क्राउन और उसके निकट स्थित बेनेडिक्टिन मठ के साथ ऐतिहासिक संबंध है। उल्लेखनीय रूप से, मठ के राज्यचिह्न पर ऑर्डर ऑफ द गार्टर का प्रतीक चिन्ह अंकित है - जो ब्रिटेन के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक है।

इस अवसर पर,  संत पापा लियो 14वें की स्वीकृति से, कार्डिनल जेम्स माइकल हार्वे और मठाध्यक्ष दोनातो ओग्लियारी द्वारा राजा चार्ल्स को औपचारिक रूप से संत पॉल का शाही कॉन्फ़्रेटर नामित किया जाएगा। महाधर्माध्यक्ष पेस ने कहा, "यह सम्मान और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है।"

समारोह के दौरान राजा चार्ल्स के राज्यचिह्न और लैटिन शिलालेख "उत उनुम सिंत" ("ताकि वे एक हों" - योहन 17:21) वाली एक विशेष रूप से डिज़ाइन की गई कुर्सी का उपयोग किया जाएगा। यह कुर्सी महागिरजाघऱ के एप्स में रहेगी और भविष्य में राजा और उनके उत्तराधिकारियों द्वारा उपयोग के लिए उपलब्ध रहेगी।

ग्रह का साझा प्रबंधन

ख्रीस्तीय एकता वर्धक प्रार्थना सभा के बाद, संत पापा लियो और राजा चार्ल्स कलीसिया के नेताओं, व्यावसायिक हस्तियों, पर्यावरण अधिवक्ताओं और संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों के साथ रेजिया भवन में एक निजी बैठक में भाग लेंगे। लौदातो सी आंदोलन के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे।

सिस्टर स्मेरिली ने कहा, "यह बैठक पर्यावरणीय मुद्दों पर काथलिक और अंग्लिकन कलीसियाओं के बीच मज़बूत संबंधों को रेखांकित करती है।" "संत पापा फ्राँसिस अक्सर हमें याद दिलाते थे कि सब कुछ आपस में जुड़ा हुआ है और पर्यावरणीय तथा सामाजिक संकटों का मिलकर समाधान किया जाना चाहिए। संत पापा लियो ने भी इसी दृष्टिकोण को आगे जारी रखा है।"

उन्होंने हाल की पहलों, जैसे कि 9 जुलाई को सृष्टि के संरक्षण के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन और 5 सितंबर, 2025 को बोर्गो लौदातो सी के उद्घाटन समारोह का आयोजन पर प्रकाश डाला । सिस्टर स्मेरिली ने जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के नुकसान के खिलाफ लड़ाई में निजी क्षेत्र को शामिल करने के राजा के प्रयासों की भी प्रशंसा की।

भविष्य की ओर

महाधर्माध्यक्ष पेस और सिस्टर स्मेरिली दोनों ने इस यात्रा के दीर्घकालिक महत्व पर ज़ोर दिया। महाधर्माध्यक्ष पेस ने कहा, "यह हमारी कलीसियाओं के बीच मेल-मिलाप की यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण है। यह इस बात का जश्न मनाता है कि हम कितनी दूर आ गए हैं—और भविष्य के लिए आशा प्रदान करता है।"

सिस्टर स्मेरिली ने भी इस बात पर सहमति जताते हुए इसे एकता और पर्यावरण के प्रति साझा ज़िम्मेदारी का एक सशक्त प्रतीक बताया: "ये ऐसे विषय हैं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए पहले से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं।"

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18 अक्तूबर 2025, 15:34